Principal Message
We have started our glorious.
इसी के साथ-साथ आप सभी को आचार्य शंकर के इस महायन्त्र के साथ आगे बढ़ाना होगा जिसमें आदिशंकराचार्य यह कहते है की "मोक्ष के लिए मरना पड़ता है!" अर्थात हमारे अकेले प्रयास से कुछ नहीं होंगे और अपने स्वयं के निर्माण के लिये आप सभी को स्वयं की आहुति समय की चिंता पर पुरुषार्थ के साथ देनी होगी तभी यह सफलता प्राप्त होंगी जिस पर आप अपना समाज और आपका राय गौरव कर सकेंगा ! सफ़लता के लिए संघर्ष करते समय यह सर्वेव स्मरण रखें की सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता और नाही शिक्षा नौकरी पाने हेतु हैं अपितु शिक्षा का वृहत्तर उददेश्य आपकों संस्कारवान एवं मूल्यवरक बनाना होता हैं ताकि आप एक अच्छे नागरिक बन सके क्योकि एक अच्छा नागरिक ही एक अच्छा राष्ट्र बना सकता है ! आइये राष्ट्र निर्माण के इस मिशन में हम नव दधीच अपनी हड़िया गलायें और अपनी गौरवशाली संस्कृति को नूतन क्षितिज प्रदान करें !
शुभकामनाओं सहित - दिनेश प्रताप सिंह
Shri Dinesh Pratap Singh
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